50 के दशक में ऐसे होते थे बॉलीवुड में कपडे उतार के ऐसे होते थे ऑडिशन, सामने आई अंदर की तस्वीरें

फिल्म के लिए हिरोइन को लिया जाता है तो उसे पहले उसकी कास्टिंग होती है जो की फिल्म का डायरेक्टर तो कभी प्रोडूसर करते है उसे फिल्म के अनुसार कास्ट किया जाता है एक्टिंग और अन्य बॉडी फीचर्स देखने के बाद ही उसे फिल्म में लिया जाता है वैसे अभी के ऑडिशन और पहले के ऑडिशन में काफी फर्क है और आज हम आपको 50 के दशक में होने वाले बॉलीवुड ऑडिशन की कुछ अनदेखी तस्वीरें दिखने वाले है।

वैसे बता दे की ये फोटोज फेमस डायरेक्टर अब्दुल रशीद करदार के ऑफिस की है जिन्होंने अपने करियर में 40 से ज्यादा फिल्मे डायरेक्ट की है फिल्म लारी, दिल्लगी, शाहजहाँ, दिल दिया दर्द लिया कुछ ऐसी फिल्मे थी जो उस समय की सुपरहिट फिल्मे रही थी।

James Burke नाम के एक फोटोग्राफर ने साल 1951 में अब्दुल रशीद करदार के ऑफिस में ऑडिशन के दौरान ये फोटोज क्लिक की थी और इन्हे ‘लाइफ मैगजीन’ में भी प्रकाशित किया गया था जानकारी के लिए बता दे की लाइफ मैगजीन अमेरिका की सबसे पुराणी मैगज़ीन में से एक है।

जब ये तस्वीरें लोगो के सामने आई तो कई ने इसे महिला का शोषण और कास्टिंग काउच बता दिया तो वहीं कुछ ने प्रोफेशनल तरीके से की गई कास्टिंग करार दिया।

इस फोटो में आप देख सकते है की ऑडिशन देने आई दो लड़कियों को साड़ी से लेकर स्विमशूट तक अलग अलग ड्रेस में देखते हैं वैसे ऐसा माना जाता है की इस तरह के ऑडिशन का चलन आज भी है फिल्मो में एक्ट्रेस के रोले के अनुसार अपनी बॉडी अलग अलग टाइप के कपड़ों में दिखानी पड़ती है।

वैसे किसी एक्ट्रेस के लिए इस तरह बॉडी दिखाना फिल्म इंडस्ट्री में नॉर्मल है और परेशानी उस समय है जब डायरेक्टर या फिर प्रोडूसर एक्ट्रेस को अपने घर बुलाते हैं और उसे गलत ढंग से टच करते हैं वही ऑडिशन में सब कुछ पहले से फिक्स होता है।

इसके साथ ही फोटो देखकर आप ये अंदाजा लगा सकते है की यह उनके काम का ही एक हिस्सा होगा क्योकि ऑडिशन देने आई दोनों लड़कियों के साथ बिल्कुल एक ही तरीके से स्क्रीन टेस्ट किया यहाँ तक की उनके पोज और ट्राई करने वाले कपड़ों का स्टाइल भी सेम ही था।

लोगो को ये शायद गलत लग सकता है क्योकि अभी के समय में कास्टिंग काउच काफी बड़ चूका है पर पहले ऐसा बहुत ही कम हुआ करता था।