उदित नारायण अपने समय के बॉलीवुड के लोकप्रिय सिंगर है उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 1980 मे आए फ़िल्म ‘उन्नीस बीस’ से की थी फ़िल्म के गाने को उन्होंने और मोहम्मद रफी ने गाया था उन्होंने इंडस्ट्री मे 40 साल पुरे किये है बता दे की उन्हें 2 बार पद्म पुरस्कार और 5 बार फ़िल्म फेयर मिला है।

अपने एक इंटरव्यू मे उन्होंने अपने स्ट्रगल के दिनों के बारे मे बात की थी वो कहते है की उस समय काम मिलना काफ़ी मुश्किल था जब वो मुंबई आए थे तब वो 6 से 7 लोगो के साथ रूम शेयर करते थे” उदित जी के पिता एक किसान थे और वो उन्हें डॉक्टर या इंजिनियर बनने को कहते थे पर उन्हें सिंगर ही बनना था।

उनके करियर को साल 1988 मे आई फ़िल्म “कयामत से कयामत” ने आगे बढ़ाया था पर साल 1998 मे आई फ़िल्म “कुछ कुछ होता है के बाद उन्हें धमकिया मिलने लगी फ़ोन पर एक शख्स ने कहा “बहुत हवा मे उड़ रहे हो उन्हें काम तक छोड़ने को कहा गया।
उदित नारायण अपने समय के बॉलीवुड के लोकप्रिय सिंगर है उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 1980 मे आए फ़िल्म ‘उन्नीस बीस’ से की थी फ़िल्म के गाने को उन्होंने और मोहम्मद रफी ने गाया था उन्होंने इंडस्ट्री मे 40 साल पुरे किये है बता दे की उन्हें 2 बार पद्म पुरस्कार और 5 बार फ़िल्म फेयर मिला है।

अपने एक इंटरव्यू मे उन्होंने अपने स्ट्रगल के दिनों के बारे मे बात की थी वो कहते है की उस समय काम मिलना काफ़ी मुश्किल था जब वो मुंबई आए थे तब वो 6 से 7 लोगो के साथ रूम शेयर करते थे” उदित जी के पिता एक किसान थे और वो उन्हें डॉक्टर या इंजिनियर बनने को कहते थे पर उन्हें सिंगर ही बनना था।

अपने समय मे उदित जी एक गाने के 15 से 20000 लेते थे उन्होंने बताया की इस वजह से उन्हें धमकिया आती थी इस पर उन्होंने कहा की वो किसी का हक़ नहीं मर रहे है उन्होंने करीब 22 तक धमकियों के साथ जिंदगी बिताई थी। इस वजह से उन्होंने कई राते बिना सोए बिताई है और कई बार डिप्रेशन मे भी गए थे उनके मन मे सुसाइड का ख्याल भी आया था।