मुस्लिम के खेत में मिला शिवलिंग, उसने जो किया वो जरूर पढ़ें धर्म पर लड़ने वाले मूर्ख !

विविधताओं वाला देश भारत बाकि सभी देशो से काफी अलग है क्योकि ये धर्म निरपेक्ष है और हाल ही में एक ऐसी ही घटना देखने को मिली है जिसने ये बात साबित की है जब मानकी गांव में एक मुसलमान गाड़ा परिवार ने खेत में हल चलाते समय एक काले पत्थर को देखा तो वह आश्चर्य में पड़ गया और उस पर मिट्टी ढांक कर वह घर चला आया बाद में वो खेत में लौटा तो उसने देखा कि जिस काले पत्थर को वह मिट्टी में दबाकर गया था वह फिर से स्वत: ही ऊपर आ गया है।

जब ये बात फैली तो उस किसान ने अपने खेत शिव मंदिर के लिए दान करने की पेशकश की जिसके बाद बड़े आराम से हिंदू-मुसलमानों ने आपसी सहमति जताकर मंदिर का निर्माण कराया वैसे तो हर दिन कई लोगो इस मंदिर में आते है पर फागुन की शिवरात्रि को इस शिवलिंग के पूजन का विशेष महत्व है।

तो वही गांव घ्याना स्थित कई लोगों की आस्था के केंद्र श्री सिद्धपीठ भगवान नागेश्वर मंदिर का निर्माण वैसे तो करीब दो दशक पूर्व गांव के पूर्व प्रधान एवं ग्रामीणों के सहयोग से किया गया था पर इस शिवलिंग के बारे में ऐसा माना जाता है की ये सैकड़ों वर्षों से यहां एक बरगद के पेड़ में स्थित था और इसकी लोग पूजा करते चले आ रहे है।

गांव के लोगो का कहाँ है की पुराने समय में यहां ऊंचाई पर एक बस्ती थी पर वो पलट कर तबाह हो गई थी वैसे ऐसा कैसे हुआ इस बारे में कोई नहीं जनता है पर इसके बाद निचले भाग में गांव बसा दिया गया जिसका नाम घ्याना रखा गया और उस समय गांव के लोग बरगद के पेड़ के अंदर रखे शिवलिंग की पूजा करते चले आ रहे हैं अब शिवरात्रि में दूर-दूर से श्रद्धालु इस मंदिर में आकर जलाभिषेक कर मन्नतें मांगते है।