500 रु से अरबपति बने बीआर शेट्टी, एक झटके में हुए अरबों के कर्जदार, जानिए पूरी कहानी

आज हम बात करने वाले है दुनिया का सबसे अमीर कन्नड़ माने गए आर शेट्टी के बारे में जो की फार्मास्यूटिकल कंपनी एनएमसी के मालिक हैं और उनकी कंपनी दुबई की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है बीआर शेट्टी का पूरा नाम बावागुत्थु रघुराम शेट्टी है उनका जन्म 1 अगस्त 1942 को कर्नाटक के उडुपी जिले के कापू शहर में हुआ था।

अपने करियर की शुरुआत उन्होंने बतौर मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव से की थी उन्होंने फार्मा सेक्टर में खुद की पैठ जमाई और तरक्की करते रहे वैसे इसके साथ साथ वो फूड ऐंड बीवरेज, फाइनेंशियल सर्विसेज, फार्मास्यूटिकल मैन्युफैक्चरिंग, हॉस्पिटेलिटी, रियल एस्टेट के क्षेत्रों में भी अपने बिजनेस को बढ़ाया जिसके बाद साल 1980 में शेट्टी ने यूएई एक्सचेंज की नींव रखी थी ।

पर धीरे-धीरे उनके बिजनेस में गिरावट आने लगी और उनकी कंपनी बंद कगार पर आने लगी ब्रिटिश निवेश फर्म मड्डी वॉटर्स की एक रिपोर्ट के चलते उनके बिजनेस एक तिनके में बिखर दिया आपको बता दे की उन्होंने एक शर्ट और सिर्फ 8 डॉलर से अपने बिजनेस की शुरुआत की थी।उन्होंने यूएई एक्सचेंज की नॉर्थ अमेरिका सहित यूके, एशिया,यूएई समेत 30 देशों में इसकी 700 शाखाएं खोली थी जीके बाद साल साल 2012 में शेट्टी की कंपनी लंदन स्टोक एक्सचेंज में शामिल हो गई जो की एक बहुत ही बड़ी बात है।

जिसके बाद साल साल 2019 में फोर्ब्स की लिस्ट में उनका नाम भारतीय अरबपतियों में 42वें नंबर पर आया और उस समय उनकी कुल संपत्ति 4.2 बिलियन डॉलर थी।वैसे उन्हें साल 2009 में शेट्टी को पद्मश्री से नवाजा गया था पर ब्रिटिश की एक निवेश फर्म मड्डी वॉटर्स ने रिपोर्ट के आधार पर आरोप मढ़े जिसमे एनएमसी में शेयर को लेकर भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है और उस रिपोर्ट के अनुसार उनकी कंपनी की कीमत संपत्ति से ज्यादा बताने की बात कही गई है साथ ही साथ शेट्टी पर फर्जीवाड़े की आरोप मढ़े गए।

इस एक रिपोर्ट के बाद शेट्टी की संपत्ति और उनके खिलाफ जांच शुरू हुई एनएमसी हेल्थ के निदेशक मंडल से उनका प्रभाव खत्म कर दिया गया साथ ही साथ उनकी कंपनी को लंदन स्टॉक एक्सचेंज की लिस्ट से भी बाहर कर दिया गया जिसके बाद उनके सभी खातों पर ताला लगा दिया गया और ऐसा भी माना जा रहा है की कंपनियों पर पांच अरब डॉलर का कर्ज है।

जिसके बाद उन्हें शेट्टी को इस्तीफा देना पड़ा वैसे बता दें कि शेट्टी भारतीय जनता पार्टी के समर्थक थे इस के चलते दुबई में उनकी ज्यादा जमी नहीं और ऐसा भी कहा जाता है की ऐसा माना जाता है कि बीजेपी और आरएसएस की तरफ उनका झुकाव उनको ले डूबा।