स्मृति ईरानी 12वीं में दो बार हुई है फेल, तीसरी बार में सिर्फ 47% अंक ? फिर भी है केंद्रीय मंत्री

स्मृति ईरानी जो की एक एक्ट्रेस और अब बीजेपी की नेता है वो किसी ना किसी वजह से चर्चा में रहती ही है और सबसे ज़्यादा अपनी शिक्षा को लेकर हर समय विपक्ष उन्हें उनकी शिक्षा लेकर घेरते है साथ ही उन्होंने लोकसभा चुनावों के दौरान ईरानी ने शपथ पत्र में अपनी शिक्षा के बारे में गलत जानकारी दी थी और इस मदद पर तो जैसे बवाल ही मच गया था ये ही नहीं वो हर नामांकन में अपनी शिक्षा के बारे में अलग,अलग जानकारी देती आयी हैं।

इस वजह से उनकी शिक्षा पर हर समय सवाल उठता रहता है जिसके बाद उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान ये मान लिया कि वो सिर्फ 12वीं पास हैं| पर सबसे ज्यादा सवाल उनकी शिक्षा पर उस समय किया गया था जब पत्रकार मधु किश्वर ने अपने एक ट्वीट में ये दावा किया था कि स्मृति 12वीं कक्षा में दो बार फैल हुईं और तीसरी बार में जब उन्होंने यह परीक्षा उत्तीर्ण की तो उन्हें कुल 47 परसेंट मार्क्स मिले।

स्मृति साल 2004 में लोकसभा चुनाव में दिल्ली के चांदनी चौक से बीजेपी की उम्मीदवार थीं और इस वक्त उन्होंने हलफ़नामे में लिखा था कि उन्होंने 1996 में दिल्ली विश्विद्यालय से पत्राचार माध्यम से बीए किया है पर साल 2019 में जब वो अमेठी से चुनाव लड़ने जा रहीं थी तो उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में ”इससे अलग” लिखा था उन्होंने तीन साल की डिग्री कोर्स पूरा नहीं किया हैं।

स्मृति हलफनामे में उच्चतम शिक्षा के कॉलम में लिखती है दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग से ‘बैचलर ऑफ कॉमर्स पार्ट-1.’ इस कोर्स का साल उन्होंने 1994 लिखा था यानी के इस साल उन्होंने डिग्री कोर्स शुरू किया था पर इसे पूरा नहीं किया उनके हलफनामे की माने तो उन्होंने 1991 में हाईस्कूल की परीक्षा पास करना बताई, 1993 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की थी

जब वो .2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से चुनाव लड़ने जा रहीं थी तब उस समय उन्होंने हलफनामे में लिखा था की उन्होंने तीन साल की डिग्री कोर्स पूरा नहीं किया इसके बाद से ही उनके की शिक्षा को लेकर सवाल उठते रहे है वैसे इस बात का उनके करियर पर कोई फर्क नहीं पड़ा है पर ये मुद्दा हर समय विपक्ष उठता रहता है ।