हाल ही में त्तर प्रदेश के अमेठी जनपद में शाम के समय पीआरवी को सूचना मिली कि एक बैग में सामान के साथ कोई बच्चा छोड़ गया है बता दे की इस बारे में सूचना कॉलर ने यूपी 112 को दी थी जिसके बाद पीआरवी 2780 राकेश कुमार सरोज और चालक उमेश दुबे कोतवाली मुंशीगंज क्षेत्र के त्रिलोकपुर आनन्द ओझा के आवास के पास पहुंचे।
त्रिलोकपुर के भगवानदीन का पुरवा गांव में एक नवजात को किसी अज्ञात शख्स छोड़ गया था बच्चे के रोने की आवाज सुनकर ग्रामीण इकट्ठा हो गए जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई जब पुलिस ने बैग खोला तो उसमें बच्चे के लिये गर्म कपड़े, जूता, जैकेट, साबुन, विक्स, दवा, 5 हजार रुपए और एक लेटर रखा हुआ था ये ही नहीं इस लेटर में बच्चे की पिता ने उसकी देख रेख करने वाले को पांच हजार महीने देने की बात भी लिखी है।
लेटर में लिखा था “यह मेरा बेटा है. इसे मैं आपके पास छह-सात महीने के लिए छोड़ रहा हूं. हमने आपके बारे में बहुत अच्छा सुना है. इसलिए मैं अपना बच्चा आपके पास रख रहा हूं. 5000 महीने के हिसाब से मैं आपको पैसा दूंगा. आपसे हाथ जोड़कर विनती है कि कृपया इस बच्चे को संभाल लो. मेरी कुछ मजबूरी है. इस बच्चे की मां नहीं है और मेरी फैमिली में इसके लिए खतरा है. इसलिए छह-सात महीने तक आप अपने पास रख लीजिए. सब कुछ सही करके मैं आपसे मिलकर अपने बच्चो को ले जाऊंगा. कोई बच्चा आपके पास छोड़ कर गया यह किसी को मत बताना”
आगे लिखते हुए वह शख्स कहते है “नहीं तो यह बात सबको पता चल जाएगी, जो मेरे लिए सही नहीं होगा. सबको यह बता दीजिएगा यह बच्चा आपके किसी दोस्त का है, जिसकी बीवी हॉस्पिटल में कोमा में है. तब तक आप अपने पास रखिए. मैं आपसे मिलकर भी दे सकता था, लेकिन यह बात मेरे तक रहे तभी सही है, क्योंकि मेरा एक ही बच्चा है,आपको और पैसा चाहिये तो बता दीजिएगा. मैं और दे दूंगा. बस बच्चे को रख लीजिए. इसकी जिम्मेदारी लेने से डरियेगा नहीं. भगवान न करे अगर कुछ होता है तो फिर मैं आपको ब्लेम नहीं करूंगा. मुझे आप पर पूरा भरोसा है. बच्चा पंडित के घर का है”
बच्चे मिलने की सूचना पीआरवी ने कोतवाली प्रभारी मिथिलेश सिंह को दी उन्होंने बच्चे को कॉलर के ही सुपुर्द करने के लिए आदेशित किया वैसे इस अनोखी घटना से लोगों में तरह-तरह की बातें बना रहे है कोई मां को कोस रहा है, तो कोई बाप के स्नेह व मजबूरी में प्यार देख रहा है उम्मीद तो ये ही है की पुलिस जल्द से जल्द बच्चे के माँ बाप का पता लागले।