काफी समय से भारत और नेपाल के बीच खराब चल रहे रिश्ते के बाद अब खुद नेपाल ने भारत की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया है ।शनिवार को नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने फ़ोन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात की थी ये फ़ोन दोनों देशों के आधिकारिक बयान के अनुसार स्वतंत्रता दिवस की बधाई देने के लिए यह फोन किया गया था।
सूत्रों के अनुसार केपी शर्मा ओली और मोदी के बीच दस मिनट से भी ज्यादा लम्बी बात चली वैसे दोनों देशों के बीच बिगड़े संबंध के बाद ये दोनों की पहली बातचीत थी।विदेश मंत्री ने बताया की नेपाल के पीएम ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बधाई दी,साथ ही यूएन के सुरक्षा परिषद के गैर-स्थायी मेंबर में चुनाव पर भी बधाई दी और कोविड से लड़ाई में भारत के योगदान को भी सराहा।
जानकारी के लिए बता दे की भारत और नेपाल के राष्ट्राध्यक्ष के बीच तब यह बात हुई है जब 17 अगस्त को नेपाल में ही दोनों देशों के अधिकारियों के साथ मीटिंग हो रही है। भारत और नेपाल के विदेश मंत्रालय के अधिकारी उस दिन ऐसे हालात में मिलेंगे जब नेपाल ने कई होश उड़ा देने वाले और विवादित फैसले लिए और बनाए थे।
उस ही दिन नेपाल के विदेश सचिव शंकर दास बैरागी और भारत के राजदूत विनय क्वाटरा बातचीत में भाग लेंगे वैसे अधिकारियों का कहना है की इस मीटिंग का मौजूदा विवाद से कोई लेना देना नहीं है और साथ ही 2016 से हर तीसरे महीने इस स्तर की मीटिंग होती जा रही है।
पर कुछ ही दिनों पहले नेपाल ने भारत के कुछ हिस्सों को अपना दिखते हुए एक नया मैप जारी किया साथ ही भगवान राम के जन्मस्थल के मसले पर विवादित बयान दिये ये ही नहीं भारत विरोधी चीजों को प्रमोट करने की मंशा दिखायी पर ये बातचीत अहम मानी जा रही है।