एशिया और भारत के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी वैसे दोनों अपने बच्चो को लेकर काफी सजग रहे हैं उन्होंने अपनी बच्चो को सभी जरूरतों को पूरा करने के साथ साथ वो पैरेंटिंग में सख्त रहे हैं “वर्व” मैगज़ीन को इंटरव्यू में मुकेश और नीता बताते है की उनके बच्चो ने लगभग सामान्य जीवन ही जीते हैं मुकेश ये भी कहते है की पढ़ाई के मामले में बच्चे भले ही टॉप 1 पर्सेंट में न हों, पर उनके बेसिक्स क्लियर होने चाहिए।
अपने बच्चो के स्कूल के वक्त को याद करते हुए उन्होंने बताया की एक बार उनके बड़े बेटे आकाश ने उनसे कहा की अगर उनके पास कैलकुलेटर है तो टेबल याद करने की क्या जरूरत है तो उन्होंने आकाश को समझाया आपको सब कुछ अपने दिमाग से करना चाहिए शिश करो सोने से पहले तुम दिल से एडिशन और मल्टीप्लिकेशन टेबल सुनाओ।वही नीता बताती है की उनके बच्चो काफी सामान्य जीवन जीते हैं।
बच्चों की हॉस्टल लाइफ का जिक्र करते हुए नीता अंबानी ने कहा था ईशा को हॉस्टल में 18-20 लड़कियों के साथ बाथरूम शेयर करना पड़ता था इसके साथ ही आकाश भी हॉस्टल में रहा चुके है नीता बताती है की “हमारे बच्चे एयर इंडिया से ही यात्रा करते हैं साथ ही वो मुझसे भी एयर इंडिया से ही सफर करने के लिए कहते हैं” मुकेश बताते है की सभी को अपनी जिंदगी में अपनी प्रायोरिटीज सही रखनी चाहिए।
मुकेश ये भी बताते है की उन्होंने ये सभी बाते अपने पिता धीरूभाई अंबानी से सीखा है अपने पिता को याद करते हुए उन्होंने कहा की उनके पिता बहुत व्यस्त होने के बावजूद अपने परिवार के लिए समय निकाल लिया करते थे।इंटरव्यू में आगे नीता कहती है की “मैं कभी मुकेश के बिना डिनर नहीं करती। घर आने पर मुकेश अंबानी भी बच्चों को अपने आसपास चाहते हैं। नीता अंबानी ने बताया था कि जब बच्चे छोटे थे तो मुकेश अंबानी खुद बच्चों को मैथ्स, फिजिक्स और केमिस्ट्री पढ़ाने पर जोर दिया करते थे।”