भारत और चीन तनाव के बीच तनाव को देखते हुए भारत लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर अपनी सेना की तैनाती में जबरदस्त इजाफा करने जा रहा है। लद्दाख में तनाव के बाद LAC पर पहले से ही सैनिकों और हथियारों की तैनाती की जा रही थी और अब सेना अब 35 हजार अतिरिक्त जवानों की तैनाती करने वाली है।

बता दे की इस की जानकारी वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों वैसे उन्होंने अपनी पहचान नहीं बताई है उन्होंने बताया की इस कदम से 3,488 किलोमीटर लंबी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर यथास्थिति बदल जाएगी।5 जून को हुए खूनी संघर्ष के बाद से ही दोनों देशो के बीच काफी तनाव है जो की अभी तक काम नहीं हुआ है।

वैसे बता दे की भारत मिलिटरी पर सबसे ज्यादा खर्च करने वाला तीसरा देश है पर इसके बाद भी भारतीय मिलिट्री को आधुनिकीकरण की बहुत जरूरत है बता दे की रक्षा बजट का करीब 60 प्रतिशत हिस्सा सैलरी और पेंशन में चल जाता है तो वही बाकी हिस्सा पुरानी खरीदारियों पर खर्च हो जाता है।

लंबी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर बड़े पैमाने पर सैनिकों की तैनाती पर विशेषज्ञों ने बताया इससे सैन्य बजट पर भार पड़ेगा। दिल्ली बेस्ड थिंक-टैंक मनोहर पर्रिकर इंस्टिट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीजऔर ऐनालिसेज के सीनियर रिसर्च फेलो लक्ष्मण कुमार बेहरा बताते है की “पाक सीमा से इतर लद्दाख में अतिरिक्त कमिटमेंट से रेवेन्यू कॉस्ट बढ़ेगा लिहाजा सर्विस, रिसर्च ऐंड डिवेलपमेंट और पूंजीगत खर्च पर और ज्यादा दबाव बढ़ेगा। अगर रक्षा बजट को नहीं बढ़ाया गया तो यह तकलीफदेह होगा”