बहुत ही जल्द दीपावली आने वाला है पर इसे पहले धनतेरस का पर्व मनाया जाने वाला है इस दिन लोगो दिल खोल कर चीजे खरीदते है इस दिन लोग बर्तन, सोने-चांदी के आभूषण आदि चीजों खरीदारी करते हैं।वैसे अपने भी देखा होगा की धनतेरस पर लोग चांदी का सिक्का जरूर खरीदते है क्योकि इस दिन सोने-चांदी की खरीदारी करना बेहद शुभ माना जाता है इसके साथ ही दिवाली की पूजा में चांदी का सिक्का का प्रयोग बहुत ही शुभ होता है।धनतेरस पर चंडी के सिक्का की मांग काफी बाद जाती है और ऐसे में मार्केट में असली और नकली चांदी के सिक्के की भरमार रहती है।
आज हम आपको कुछ ऐसी बाते बताने वाले है जिन्हे जाने के बाद आप भी आराम से असली और नकली चांदी के सिक्को में पहचान कर पाएंगे।सबसे पहले जिस प्रकार सोने पर हॉलमार्किंग होती है उसी प्रकार चांदी की भी हॉलमार्किंग होती है अगर सिक्के पर हॉलमार्किंग है तो असली है अगर नहीं है तो वो नकली है इस बात को कई बार लोग अनदेखा कर देते है।
इसके साथ ही आप अपने साथ चुंबक लेकर दुकान पर जरूर जाएँ ,चांदी का सिक्का आप खरीदना चाहते हैं उसे चुंबक के पास लेकर जाएँ अगर वो चुंबक से चिपक जाता है तो सिक्का नकली है बता दे की चांदी चुंबकीय धातु नहीं है और वो चुंबक की तरह आकर्षित नहीं होता है ।
इसके साथ ही आप बर्फ का भी इस्तेमाल कर सकते है आप एक बर्फ के टुकड़े पर चांदी का सिक्का रखें अगर बर्फ जल्दी से पिघल जाती है तो सिक्का असली है पर वो धीरे धीरे पिघल रही है तो ऐसे में सिक्का नकली है।
अगर आप चांदी का सिक्का खरीद रहे हैं तो उस सिक्के को आप साफ फर्श पर गिरा कर देखिए,सिक्के से गिरते समय छन्न की आवाज आती है तो ऐसी स्थिति में वह सिक्का नकली होता है। जो चांदी का सिक्का असली होता है वह ठोस रहता है और जब वो गिरता है तब ठक की आवाज आती है।इन सभी तरीकों से अब असली दिखने वाले नकली चांदी के सिक्को की पहचान कर सकते है।