छोटे से कस्बे से निकलकर कैसे बॉलीवुड के छोटा पंडित बने राजपाल यादव, दिलचस्प है सफर

बॉलीवुड का मशहूर एक्टर राजपाल यादव जिन्होंने बॉलीवुड का अपनी एक बहुत ही ख़ास पेहचान बनाई है उन्होंने बॉलीवुड की कई बड़ी फिल्मो में काम किया है आज तक राजपाल अपनी शानदार कॉमेडी की वजह से लोग का दिल जीत है राजपाल ने फिल्मो में काम करने से पहले कई टीवी सीरियल में भी काम किया है आज हम आपसे उनके इस सफर के बारें में बात करने जा रहे है डायरेक्टर प्रकाश झा ने एक सीरियल में राजपाल ने सबसे पहले काम किया था उसके बाद में उन्होंने 5 से 6 टीवी शोज में काम किया था।

तब तक उनकी कोई खास पेहचान नहीं बानी थी मगर जब साल 1999 में डायरेक्टर प्रकाश झा, अजय देवगन, काजोल और महिमा चौधरी को लेकर ‘दिल क्या करे’ फिल्म बना रहे थे तब उनको भी उस फिल्म का काम करने का मौका मिला था हालाँकि उस फिल्म में भी उनको कोई ख़ास रोल नहीं मिला था उन्हें एक स्कूल वॉचमैन का रोल मिला था मगर उसके बाद में उन्होंने आफताब शिवदासानी की डेब्यू फिल्म ‘मस्त’ में भी काम किया था उनका यह सफर बहुत ही ज़्यदा मुश्किल रहा था।

बाद में राजपाल ने फिल्म ‘शूल’ में भी कुली का रोल अदा किया जिसके बाद इ उनकी किस्मत पूरी तरह से बदल गई थी बाद में राजपाल और राम गोपाल ने एक साथ 17 फिल्में में एक साथ काम किया था साल 2000 में आई राम गोपाल वर्मा की फिल्म ‘जंगल’ में उन्होंनें ‘सिप्पा’ का रोल प्ले किया था। इस किरदार से उन्हें काफी ख्याति मिली, जिसके बाद एक्टर को फिल्मफेयर में बेस्ट नेटिगेटिव रोल के पुरस्कार से नवाजा गया था। राजपाल ने फिल्म ‘चुप चुपके में काम किया था जहा पर उनकी एक्टिंग को बहुत ही यदा पसंद भी किया गया था साल 2007 में फिल्म आई ‘भूल भुलैया’. इसमें राजपाल ने छोटा पंडित का रोल अदा किया था. 5 फुट 2 इंच के इस एक्टर ने इस रोल को निभाने में अपनी जान फूंक दी थी ।

राजपाल यादव ने बताया था कि उनके जीवन में एक समय ऐसा था, जब उनके पास बस का किराया देने तक के पैसे नहीं होते थे, लेकिन उस कठिन समय में इंडस्ट्री में मौजूद उनके दोस्तों ने उनकी काफी मदद की थी। उन्होंने बताया था कि मुझे लगता है कि हर किसी को दूसरों के लिए अपने दरवाजे खुले रखने चाहिए। अगर लोग मेरी मदद नहीं करते तो आज मैं जो हूं वह कैसे होता? मेरे कठिन समय में मेरे दोस्त मेरे साथ थे। मुझे पर विश्वास था और पता था कि मुझे हर तरह का समर्थन चाहिए थो जो मुझे मिला था।