दोस्तों हमारा सिनेमा जगत,हमारा बॉलीवुड कई रहस्यों और अनोखी बातों से भरा हुआ है जिसे आज तक पता नहीं चल पाया है की सही मायनो में सही और गलत क्या है और इन रहस्यों की गुत्थी कब सुलझेगी,दोस्तों आज हम ऐसी ही अदाकारा की बात करने जा रहे है जिनकी 19 साल की उम्र में ही मृत्यु हो गयी थी,इन की मृत्यु का राज़ आज तक किसी की पता नहीं चला,आप को बता दे की इन की मृत्यु अपने अपार्टमेंट के 5 मंजिल से गिर कर हुई थी.5 अप्रैल 1995 को इनकी मृत्यु हुई.
कहते है ना मौत जब आती है तो सारे रास्ते बंद कर देती है,और इंसान वही रह जाता है जहा मौत उसका इंतज़ार कर रही होती है,दिव्या भारती के साथ भी उस दिन कुछ ऐसा ही हुआ,दरअसल दिव्या एक दिन पहले ही चेन्नई से शूटिंग करके लौटीं थी,और दिव्या को एक अन्य शूट के लिए जाना था लेकिन उन्होंने इसे केन्सिल कर दिया था.और घर पर ही रुकने का फैसला किया,दिव्या की डिजाइनर नीता लल्ला से कॉल पर बात हुयी,नीता लल्ला उनसे मिलकर अपकमिंग फिल्म आंदोलन के लिए उनका कॉस्ट्यूम तय करना चाहती थी,नीता अपने हस्बैंड के साथ दिव्या से मिलने आयी तीनो ने साथ बैठकर शराब पी ।
दिव्या के घर की मेड अमृता भी उस समय घर में ही थी और इन तीनो के लिए स्नेक्स बना रही थी,जानकारी के अनुसार दिव्या ने बहुत ज़्यादा शराब पी ली थी,अमृता किचेन से ही दिव्या से बात कर रही थी,सूत्रों के अनुसार ये पता चला था की जब दिव्या गिरी तो नीता और उनके हस्बैंड रूम में टीवी देख रहे थे ।और दिव्या चुपचाप रूम से बहार बालकनी पर आगयी,दिव्या ने बहुत ज़्यादा शराब पी रखी थी,कहा जाता है जब वो मुड़ी तो अपना संतुलन नहीं संभाल पायी और पांचवी मंज़िल से नीचे गिर गयी ।
दिव्या के निधन के बाद हर कोई उनकी मौत को लेकर तरह तरह अटकले लगा रहे थे. एक मैगजीन से बातचीत में दिव्या के पिता ने कहा, “सुसाइड और मर्डर जैसी कोई बात नहीं है. हां, उसने थोड़ी शराब पी थी, लेकिन आप आधे घंटे में आखिर कितनी पी सकते हैं?दिव्या के डिप्रेशन होने की बात पर उन्होंने बताया “उनकी बेटी डिप्रेशन में नहीं थी. वह तो उस तरह की लड़की थी जो किसी और को डिप्रेशन दे सकती थी. दिव्या के पिता ने कहा कि यह एक दुर्घटना ही थी. वह रेलिंग पर बैठ गई… अपना संतुलन खो दिया और गिर पड़ी
दुर्भाग्य वंश उस फाल्ट की बालकुनी में रेलिंग नहीं लगी थी,खुद को सँभालते हुए मुझे ये मन्ना पढ़ा की ये एक हादसा था ।
जब दिव्या नीचे गिरी उस दिन वहा कोई कार भी नहीं थी,रोज़मर्राह में कई गाड़िया खड़ी होती थी,कहा जाता है कि जब तक पैरामेडिकल टीम दिव्या की मदद के लिए पहुंची, वह सांस ले रही थीं.पर उन्हें बचाया नहीं जा सका ।।