दिल्ली की महिला पुलिसकर्मी सीमा ढाका जो की समयपुर बादली थाने में तैनात हैं आपको बता दे की सीमा ने सिर्फ तीन महीने में 76 गुमशुदा बच्चों को तलाश किया है उनके इस काम के बाद पदोन्नति करके उनको दिल्ली पुलिस के आयुक्त के आदेशानुसार एएसआई बना दिया गया है।
सीमा ढाका ने साल 2006 में सिपाही के पद में भर्ती हुई थीं जिसके बाद साल 2014 में विभागीय परीक्षा देकर हवलदार बन गईं वैसे तो सीमा ढाका मूल रूप से पी के शामली की रहने वाली हैं बता दे की सीमा के पति भी दिल्ली पुलिस में हवलदार हैं और नॉर्थ रोहिणी थाने में तैनात हैं।
सीमा ढाका जी की खुद एक 8 साल का बेटा है दिल्ली में बच्चों के गुमशुदा होने की खबरें आती रहती है रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली में अभी तक 57261 बच्चों की गुमशुदगी दर्ज की गई है और उसमे से 21631 बच्चे तलाश किए जा चुके हैं वही पिछले तीन महीनों में 1440 बच्चों की तलाश कर उनको उनके परिवार के पास पंहुचा दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार पुलिस कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव के आने के बाद गुमशुदा बच्चों की खोज में तेजी देखि गई है और इस कड़ी में सीमा ढाका को इसी साल अगस्त में गुमशुदा बच्चों को तलाश करने की जिम्मेदारी सौंपी गई जिन्होंने सिर्फ तीन महीने में 76 बच्चों को ढूंढ निकला है।
सीमा बताती है की दौरान उन्होंने रेलवे स्टेशनों से लेकर बस अड्डों पर नशे के आगोश में आए बच्चों के बीच अपनी तलाश शुरू की और बड़ी संख्या में बच्चों को ढूंढ निकला था इन में से कई नाबालिग लड़कियों भी थी।