जब शोले की शूटिंग पर गुस्से में धर्मेंद्र ने चला दी थी गोली, मरते-मरते बचे थे अमिताभ बच्चन

आज हम आपसे एक्टर के दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र के बारें में बात करने जा रहे है जो की 6 दशकों से बॉलीवुड में काम करते आ रहे है फिल्मी करियर में उन्होंने कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया उन्होंने एक बहुत ही ख़ास पेहचान हासिल की है बॉलीवुड में काम कर के उन्होंने फिल्मो में काम करने का सफर उस वक़्त शुरू किया था जब फिल्मो में काम कर के भी उनको ज़्यदा पैसे नहीं मिलते थे उन्होंने अपने जीवन में बहुत ही बुरा वक़्त भी देख है मगर कभी अपनी हिम्मत को नहीं हरा।

हम आपसे धर्मेंद्र के एक किस्से के बारें में बात करने जा रहे है जब अमिताभ धर्मेंद्र के गुस्से से मरते-मरते बचे थे दरसल फिल्म में धर्मेंद्र वीरू बने थे और अमिताभ जय, लेकिन क्लाइमैक्स की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन धर्मेंद्र के हाथों मरने से बाल-बाल बचे थे। जी हां, धर्मेंद्र को क्लाइमैक्स सीन में गोलियां और बारूद इकट्ठा करना था, लेकिन जैसे ही एक्शन बोला जाता तो धर्मेंद्र के हाथों से बार-बार गोलियां गिर रही थीं। दो तीन बार सीन खराब होने के बाद धर्मेंद्र इतने गुस्से में आ गए कि उन्होंने असली गोलियां बंदूक में लगाईं और बंदूक चला दी। इस सीन में अमिताभ पहाड़ों में ऊपर की तरफ खड़े थें।

जिसके बाद में धर्मेंद्र के गुस्से में चलाई गई गोली अमिताभ बच्चन के कान के पास से होकर निकली और वो बाल-बाल बच गए। दरसल डायरेक्टर रमेश सिप्पी ने क्लाइमैक्स सीन रियल दिखाने के लिए शूटिंग के दौरान असली गोलियों का इस्तेमाल किया था फिल्म सीता-गीता बनाते हुए ही रमेश सिप्पी ने उसकी स्टार कास्ट धर्मेंद्र, हेमा मालिनी और संजीव कुमार के साथ शोले बनाने का मन बना लिया था। इस फिल्म के दूसरे हीरो के रमेश एक ऐसे एक्टर की तलाश में थे, जो ज्यादा पॉपुलर न हो। ऐसे में धर्मेंद्र ने ही अमिताभ के नाम का सुझाव दिया। धर्मेंद्र इस फिल्म में वीरू की जगह ठाकुर का रोल निभाने में अड़े हुए थे आपको बता दें कि धर्मेंद्र ने हाल ही में अपना 87वां जन्मदिन मनाया.।