बॉलीवुड के दो बड़े स्टार्स अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना कुछ खबरों की माने तो दोनों के बीच बीच दुश्मनी थी पर इस बारे में कभी भी दोनों में से किसी स्टार ने कुछ नहीं कहा था।बता दे की विनोद खन्ना को सबसे पहले सुनील दत्त ने स्पॉट किया था और उन्होंने सुनील की ही साल 1968 में आई फिल्म ‘मन का मीत’ से डेब्यू किया था।
ये भी बता दे की एक समय था जब विनोद बॉलीवुड के सबसे बड़े स्टार्स में से एक माने जाते थे वो अमिता से भी बड़े स्टार्स थे इन दोनों ने भी एक साथ कुछ फिल्मो में काम भी किया था पर ऐसा कहा जाता है की दोनों के बीच एक किस्म की असुरक्षा है, शत्रुता है।
विनोद और अमिताभ ने ‘हेराफेरी’ (1976), ‘ख़ून पसीना’ (1977), ‘अमर अकबर एंथनी’ (1977), ‘परवरिश’ (1977) और ‘मुकद्दर का सिकंदर’ (1978) जैसी फिल्मो में काम किया था बता दे इनमे से एक भी ऐसी फिल्म नहीं थी जिसमे अमिताभ, विनोद से इक्कीस लगे हों, दोनों ही स्टार्स प्रभावी थे।वैसे अपनी स्क्रीन प्रेजेंस में विनोद कहीं-कहीं अमिताभ को ओवरपावर भी करते थे।
जहा अमिताभ लगातार फिल्मे करते गए तो वही विनोद पनी स्पिरिचुअल खोज के चलते अनियमित और अमहत्वाकांक्षी रहे विनोद बॉलीवुड छोड़कर अमेरिका चले गए थे और जब फिर जब 1987 के करीब विनोद लौटे तो अमिताभ की फिल्में फ्लॉप जाने लगीं और उन्होंने करियर में विराम ले लिया।
अमेरिका से वपओएस आने के बाद विनोद के साथ अमिताभ बच्चन.फिल्म ‘हेरा फेरी’ के एक सीन में दोनों को-स्टार।इन दोनों स्टार्स में से को ज्यादा अच्छा एक्टर था इस बारे में लोग बहस करते रहते है पर ऐसा कहा जाता है की अगर विनोद बॉलीवुड नहीं छोड़कर जाते तो बच्चन के सबसे मजबूत प्रतिद्वंदी होते।