आज के समय में भी औरतो को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है जहा अगर आदमी दूसरी शादी करता है तो उसपर कोई सवाल नहीं करता है पर अगर एक औरत दूसरी शादी करती है तो पूरा समाज उस पर सवाल करता है पर ही बीच ऐसे लोगो भी है जो ये सोच नहीं रखते है आज हम आपको एक ऐसे किस्से के बारे में बताने वाले है जिसमे बेटे के गुज़र जाने के बाद ससुराल वालों ने बहु को बेटी की तरह घर से विदा किया।
मामला है छत्तीसगढ़ के बेमेतरा का जहा पर एक परिवार में एक बेटे का निधन हो गया था जिसके 2 साल बाद उसकी पत्नी को पुनर्विवाह करवा कर उसके ससुराल वालो ने उसे बेटी की तरह विदा कर दिया।बिलासपुर निवासी ठाकुर राजकुमार सिंह की बेटी आरती सिंह का विवाह 2016 में बेमेतरा के रहने वाले ठाकुर कृष्णा सिंह के बेटे गौतम सिंह के साथ हुआ था।
शादी होने के 2 साल बाद ही गौतम का निधन हो गया जिसके बाद उसके ससुराल वाले उसका ध्यान अपनी बेटी की तरह रखने गले आपको बता दे की पिछले साल राजपूत क्षत्रिय महासभा छत्तीसगढ़ ने कुछ इस ही तरह के प्रकरण के लिए वि’धवा विवाह का रास्ता खोला और ठा. होरी सिंह डौड़ अध्यक्ष महासभा के नेतृत्व में पिछले वर्ष महासभा में वि’धवा विवाह के संदर्भ में प्रस्ताव पारित कर स्वीकृति प्रदान किया।
ठा. कृष्णा सिंह राजपूत विधवा विवाह स्वीकृति के अपनी पुत्रवधु के लिए सुयोग्य वर की तलाश करने लगे जिसके बाद उन्होंने सभी रीति-रिवाज से अपने पूरे परिवार एवं समाज के प्रमुखों के सामने ठा. ऐमिल सिंह पिता ठा. गिरधारी सिंह के साथ 30 जून को बेमेतरा में विवाह सम्पन्न कराया। वैसे बता दे की प्रस्ताव को स्वीकृति मिलने के बाद पहली बार राजपूत समाज में विधवा विवाह संपन्न हुआ है।
जिसके बाद मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश में भी ससुराल वालों ने अपने बेटे के निधन के बाद बहुओं का बेटी की तरह पुनर्विवाह करके विदा किया है।